11 अप्रैल, 2017

चाहत है अगर सुकून पाने की...


आध्यात्मिक लेखक रोबिन शर्मा ने "5 o'clock club" के बारे में लिखा है कि जिस व्यक्ति के दिनचर्या में सुबह उठना शामिल है, वह अपनी जिंदिगी ज्यादा व्यवस्थित ढंग से और सुकून से जीता है। हमारे भारतीय संस्कृती में तो बर्ह्म मुहर्त में उठने की परम्परा है।परन्तु, वैश्यविकरण और नीजिकरण के कारण हमारी जीवन शैली बहुत बदल गयी है। 9 टू 5 जॉब बस कहने भर को है।वरना,अब तो 12-13 घण्टे काम करना पड़ता है।आज की तारीख में सरकारी और गैर-सरकारी दफ्तरों में काम का बोझ बढ़ता ही जा रहा है।ऐसे में जो इंसान रात के एक बजे सोये वह सुबह 5 बजे कैसे उठे? यह सावल नही समस्या है।इसका समाधान भी हमारे-आपकी आँखों के सामने है। जरूरत है तो watsup को ऑफ करने की,फेसबुक से लॉगआउट होने की और टीवी के रिमोट को छोड़ने की।
                        जी हाँ,आपने सही बात पकड़ी है। आप जितनी जल्दी इन चीजों को अपने से दूर करेगें उतनी जल्दी आप बिस्तर पर,किसी अपनो के कंधे को तकिया बना कर सो रहे होंगे। जब ऐसा सोच कर ही इतना सुकून मिल रहा है तो ऐसा कर के भी देखिए। ऐसा करना मुश्किल है इसलिए हम इसे तीन स्टेप में करने की कोशिश करेगें।

                 " नियम  "
1) रात 11:00 बजे के बाद इंटरनेट का इस्तमाल नहीं करना।
2)रात 11:30 बजे के बाद नाही टीवी देखना और नाही फ़ोन पर बात करना।
3)  सुबह 6:00बजे उठना।
    
 फर्स्ट स्टेप- पहले तीन दिन इन नियमों का पालन करें।अगर आपने यह तीन दिन पार लगा लिया तो सचमुच आप में बहुत हिम्मत है।
   
  सेकण्ड स्टेप- अब पाँच दिन का लक्ष्य रखें।आपने अगर इन आठ दिनों को भी पार कर लिया तो आपमें अपनी जिंदिगी को बदलने की अद्भुत शक्ति है।
      
थर्ड और आखरी स्टेप- अपनी 8 दिन की कठोर तपस्या की सफलता की ख़ुशी को दो-से गुना करें और अगले 16 दिन इंटरनेट और टीवी को जल्दी शुभरात्रि बोलें।
                        आपने पूरे 24 दिन इस कठिन नियमों का पालन किया है।अब यह नियम आपको कष्टदायक नही लगेंगे क्योंकि अब-तक यह आपकी आदत बन चुके होंगे। मनोविज्ञान कहता है कि किसी भी मनुष्य को कोई भी आदत विकसीत करने में 21 दिन लगते है और ज़नाब, आपने तो 24 दिन पूरे किये है।
                       आज की खुशहाल जिंदिगी के बस यहीं तीन नियम हैं। जहाँ इतना पैसा कमाया हैं वहाँ, खुद के लिए थोड़ा सुकून भी खरीद लो।

2 टिप्‍पणियां: