तुम्हारे हँसने का जो तरीका है,
वह जीने का सही सलिका है।
आंखे छोटी-सी कर लेते हो,
होठो को पूरा खुलने नहीं देते
यह सोच कर की हँसते हुए तुम्हारी शक्ल बिगड़ जाएगी।
कभी तुम बच्चे-सा सकूचाते हो,
अपनी तारीफ़ सुन घबराते हो,
और कभी बिगड़े लड़के-सा लड़कप्पन दिखाते हो।
सबको हंसाने वाला खुद कितना रोता है, जानती हूँ
सच बोलूं तू तुझको दिल से अपना मानती हूँ।
होगा कोई फायदा तेरा, मेरे साथ रहने में ;
बस, तुम खो मत जाना औरों में।
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